Friday, May 18, 2018

सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन के लिए भारत स्वाभिमान दल की ग्यारह सूत्री कार्य योजना



1. वर्तमान में चल रही समस्त गलत नीतियों  भ्रष्ट व्यवस्थाओं का राष्ट्र हित में पूर्ण परिवर्तन कराना। भ्रष्टाचारबलात्कारदहेज हत्यागौहत्याआतंकवाद  मिलावट करने वालों के विरूद्ध मृत्युदण्ड का कानून बनवाकर सम्पूर्ण भारतीयों को सुरक्षा प्रदान करवाना। शिक्षास्वास्थ्यकानूनअर्थ  कृषि व्यवस्था का पूर्ण भारतीयकरण  स्वदेशीकरण करना।

2. साम्प्रदायिक आधार पर भेदभाव करने वाले कानूनों को निरस्त कर समान नागरिक संहिता लागू करना।

वर्तमान भारतीय संविधान जाति  धर्म के आधार पर भारतीय नागरिकों में भेदभाव करता हैंयह संविधान धर्म के आधार पर किसी नागरिक को सामान्यतो किसी नागरिक को विशेषाधिकार देता हैं। इस संविधानिक साम्प्रदायिक भेदभाव के चलते देश में जातीय  साम्प्रदायिक तनाव बढ़ रहा हैंजो राष्ट्रीय एकता  अखण्डता के लिए घातक हैंऔर कालांतर में गृहयुद्ध का कारण भी बन सकता हैं।

राष्ट्र हित में साम्प्रदायिक आधार पर भारतीय नागरिकों में भेदभाव करने वाले कानूनों को निरस्त कर समान नागरिक संहिता लागू की जाए। देश में समानता का अधिकार लागू किया जाना चाहिए।

3. जातिवाद को असंवैधानिक घोषित करनासरकारी महत्व के अभिलेख विद्यार्थी पंजीकरणमूल निवासजॉब पंजीकरण आदि परिपत्रों में जाति लिखने को प्रतिबंधित करना।

4. नौकरी हेतु किसी भी प्रकार के आरक्षण को अवैध घोषित कर उस पर प्रतिबंध लगानाकेवल शिक्षा हेतु आर्थिक आधार पर गरीब विद्यार्थियों को सहायता दी जाएनौकरी उन्हें उनकी योग्यता के आधार पर मिले।

5. भ्रष्टाचार पर अंकुश लगानाकाले धन को वापस मंगानाभ्रष्टाचारियों की संपत्ति को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करना  भ्रष्टाचारियों को कठोर दंड का प्रावधान करना।

6. केन्द्रीय गौवंश मंत्रालय बनाकर स्वदेशी गौवंश को प्रोत्साहन की नीति बनाना।  केन्द्रीय योजना बनाकर जिला स्तर पर एक एक लाख गौवंश की क्षमता वाली गौशालाएँ बनवानाउनमें बेसहारा गायबैल  सांडों को रखकर गौवंश आधारित उद्योगों की शुरूआत करानागैसबिजलीखादऔषधि आदि गौवंश से उत्पन्न कर विदेशी मुद्रा बचानातथा गाँवों में गौवंश आधारित संयंत्र स्थापित करने के लिए गौवंश पालक किसानों को सबसिडी देने का प्रावधान करनाग्रामीण भारतीयों को आत्मनिर्भर बनाना

7. सभी धर्मों के भारतीय नागरिकों के लिए अधिकतम तीन संतान उत्पन्न करने का कठोर जनसंख्या कानून बनानाइस कानून की अवमानना करने वाले को सभी सरकारी सुविधाओं से वंचित कराना।

8. विद्यालयों में चरित्र निर्माणव्यवसायिक शिक्षा  सैन्य शिक्षा अनिवार्य करना। तथ्यों के आलोक में भारतीय इतिहास का पुनर्लेखन कराना तथा ताजमहललालकिला आदि प्राचीन भवनों के वास्तविक निर्माताओं को श्रेय देकर भारत का सुप्त स्वाभिमान जगाना। काल गणना के लिए युगाब्ध को अपनाकर राष्ट्रीय पंचांग के रूप में लागू करना। केन्द्रिय परीक्षाओं में अंग्रेजी प्रश्नपत्र की अनिवार्यता समाप्त करना तथा संस्कृतहिन्दी  क्षेत्रिय भाषाओं को वैकल्पिक आधार प्रदान करना।

9. स्वदेशी उत्पादनों को प्रोत्साहित करना। आयुर्वेद को राष्ट्रीय चिकित्सा पद्धति घोषित करना।

10. उन्नत कृषि एवं पशुपालन को प्रोत्साहित करना तथा राष्ट्रीय किसान आयोग का पुनर्गठन करना।

11. बेरोजगारीगरीबीभूखअभाव  अशिक्षा से मुक्त स्वस्थसमृद्धसंस्कारवान  शक्तिशाली भारत का पुनर्निर्माण करना और भारत को विश्व की महाशक्ति तथा विश्वगुरू के रूप में पुनप्रतिष्ठित करना।

सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तनराजनैतिक शुचिता था भारत के पुर्नोत्थान के लिए अधिक से अधिक संख्या में तनमनधन के साथ संगठन से जुड़ें। भारत स्वाभिमान दल आपका हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करता हैं। सदस्यता के लिए 08755762499 पर सम्पर्क करें।

वन्दे मातरम्
भारत माता की जय

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