Friday, August 21, 2015

कब्ज का इलाज

कब्ज का इलाज राजीव भाई कब्ज (Constipation) 3. १. बेल पाउडर एक-एक चम्मच सुबह शाम खाने के बाद खाएं | या 4. 2. रात में चुकंदर (बीट) की सब्जी खाएं | या 5. 3. रात में दूध में 8-10 मुनक्का डालकर उबालें और बीज निकाल कर खा लें | या चिकित्सा - १) सुबह उठकर दो ग्लास तांबे के बर्तन में रखा पानी पियें । २) रात में अजवाईन (आधी चम्मच) गुड के साथ खायें और ऊपर से गुनगुना दूध पी लें । या ३) त्रिफला चूर्ण एक चम्मच रात में गुनगुने पानी के साथ सोने से पहले लें । या ४) एरण्ड तेल में २-४ काली छोटी हरड सेककर सुबह खाली पेट खायें । या ५) दही के ऊपर का तैरता हुआ पानी सुबह पियें । पथ्य :- १) पपीता या पत्तागोभी की सब्जी का प्रयोग करें । २) अरहर और मूंग की दाल का सेवन करें । ३) टिण्डा, तोरइ का प्रयोग, दोपहर के भोजन के बाद छाछ पियें । ४) शाम को चावल और मूंग की सादी खिचड़ी देशी गाय का घी मिलाकर खायें । ५) गाजर, मूली, टमाटर, ककड़ी, सलाद का प्रयोग अधिक करें । ६) दूध मे गुलकन्द मिलाकर ले । ७) भोजन के बाद वज्रासन में 10 मिनट अवश्य बैठे ! जौ, मोटा अनाज, पुराना चावल, मूली, खीरा, पपीता, टिण्डा, तोरर्इ, गर्म पानी पीना, पानी अधिक पीना । अपथ्य :- मल का वेग रोकना, फ्रिज का ठण्डा पानी, मसालेदार भोजन, सभी ठण्डी चीजें, केला, चावल, आलू, कंद, सभी बासी और मैदे के सामान, पिठ्ठी के पदार्थ (जैसे - कचौड़ी, बड़े आदि) ! रोग मुक्ति के लिये आवश्यक नियम : पानी के सामान्य नियम : १) सुबह बिना मंजन/कुल्ला किये दो गिलास गुनगुना पानी पिएं । २) पानी हमेशा बैठकर घूँट-घूँट कर के पियें । ३) भोजन करते समय एक घूँट से अधिक पानी कदापि ना पियें, भोजन समाप्त होने के डेढ़ घण्टे बाद पानी अवश्य पियें । ४) पानी हमेशा गुनगुना या सादा ही पियें (ठंडा पानी का प्रयोग कभी भी ना करें। भोजन के सामान्य नियम : १) सूर्योदय के दो घंटे के अंदर सुबह का भोजन और सूर्यास्त के एक घंटे पहले का भोजन अवश्य कर लें । २) यदि दोपहर को भूख लगे तो १२ से २ बीच में अल्पाहार कर लें, उदाहरण - मूंग की खिचड़ी, सलाद, फल और छांछ । ३) सुबह दही व फल दोपहर को छांछ और सूर्यास्त के पश्चात दूध हितकर है । ४) भोजन अच्छी तरह चबाकर खाएं और दिन में ३ बार से अधिक ना खाएं । अन्य आवश्यक नियम : १) मिट्टी के बर्तन/हांडी मे बनाया भोजन स्वस्थ्य के लिये सर्वश्रेष्ठ है । २) किसी भी प्रकार का रिफाइंड तेल और सोयाबीन, कपास, सूर्यमुखी, पाम, राईस ब्रॉन और वनस्पति घी का प्रयोग विषतुल्य है । उसके स्थान पर मूंगफली, तिल, सरसो व नारियल के घानी वाले तेल का ही प्रयोग करें । ३) चीनी/शक्कर का प्रयोग ना करें, उसके स्थान पर गुड़ या धागे वाली मिश्री (खड़ी शक्कर) का प्रयोग करें । ४) आयोडीन युक्त नमक से नपुंसकता होती है इसलिए उसके स्थान पर सेंधा नमक या ढेले वाले नमक प्रयोग करें । ५) मैदे का प्रयोग शरीर के लिये हानिकारक है इसलिए इसका प्रयोग ना करें । विश्वजीत सिंह अनन्त राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत स्वाभिमान दल आओं भारत स्वाभिमान दल के सदस्य बनकर देश के अमर बलिदानियों के स्वप्नों के स्वस्थ, समृद्ध, शक्तिशाली एवं संस्कारवान भारत का पुनर्निर्माण करें सम्पर्क करें बालू सिंह राजपुरोहित 9982871008 धर्म सिंह 8535004500 कृष्ण कुमार 7830905992 चौधरी रमण श्योराण 7409947594 श्रीमती शशी शर्मा 8979808902 श्रीमती मुनेश देवी 9045761395 धीरज वत्स 9057923157 बालकिशन "किशना जी" 9111893273 गौरव कुमार मिश्रा 8755762499 प्रमोद कुमार यादव 9917648983 ऑनलाइन सदस्यता के लिए दल की वेबसाइट लॉग इन करें http://www.bharatswabhimandal.org/member.php

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