Wednesday, September 7, 2016

स्वास्थ्य वर्धक गरम मसाला

बाजार में मिलने वाले पैकेट बंद पिसे गरम मसाले "फिलर्स" से भरे होते हैं, इनमें मिलावट भी होती है।
गरम मसाले सब्जी में डालने से स्वाद में वृद्धि तो होती ही है साथ ही ये शरीर की "रोग प्रतिरोधक क्षमता" में भी वृद्धि करते हैं, आसानी से कोई बीमारी नही घेरती।
आज ये मसाला बनाने की विधि और सामग्री :

दालचीनी = एक इंच की लंबाई वाले 4 टुकड़े
लौंग = 2 बड़े चम्मच
छोटी इलायची = 1 बड़ा चम्मच
बड़ी या मोटी इलायची = 1.5 बड़ा चम्मच
चक्र फूल = 2 
तेज पत्ता = 3 से 5 
कालीमिर्च = 2 बड़े चम्मच
जायफल= आधा (पीसकर)
जावित्री = 5 ग्राम
गुलाब फूल = 1 चम्मच
सोंठ (सूखी अदरख)= 10 ग्राम

*बनाने की विधि:*

✍�दालचीनी को हल्का कूट लें.

✍�गैस पर कड़ाही गर्म करें और लौंग को छोड़कर बाकी सारे मसाले हल्के भून लें. एक मिनट से ज्यादा इनको आंच पर न रहने दें. इससे मसाले अंदर ही अंदर अपनी महक छोड़ने लगेंगे.
✍� आखिरी में लौंग डालकर भूनें. दरअसल, लौंग से तेल निकलता है इसलिए इसे सबसे कम देर के लिए आंच पर रखें. करीब 30 सेकंड तक भूनें.
✍� भूनने के बाद खड़े मसाले मिक्सर में बारीक पीस लें और छलनी से छानकर अलग कर लें. 
✍�तैयार गरम मसाले को कांच के बर्तन में अच्छी तरह बंद करके रखें ताकि इसकी महक लंबे समय तक बनी रहे.
✍� प्लास्टिक कंटेनर में इसे न रखें वरना इसकी महक जल्दी खत्म हो जाएगी. घर पर तैयार गर्म मसाले को आप आराम से 6 महीने तक चला सकते हैं.

*इस मसाले को अगर आप 4 लोगो की सब्जी में डालते हैं तो केवल एक चुटकी मसाला लगेगा।*

सूखा धनिया और जीरा इस मसाले में नही पीसना है उसे अलग से प्रयोग करें।

इस मसाले को 6 महीने प्रयोग करके आप स्वयं अंतर महसूस करेंगे।

साबुत शुद्ध मसाले बाजार से खरीदने में आपको इसकी कीमत लगभग 350 रूपए की 250 ग्राम के आसपास पड़ेगी, लेकिन आप इस 250 ग्राम मसाले को साधारण बाज़ारू मसाले से दोगुने से ज़्यादा समय तक चला सकते हैं।

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