Wednesday, September 7, 2016

कमर दर्द

कमर दर्द के लिये रोज सुबह खाली पेट पाँच ग्राम सौंठ को गुनगुने जल के साथ सेवन करना हबुत लाभदायक होता है|
कमर दर्द में देशी घी से नियमित मालिश करना एक राहत प्रदान करने वाला उपाय है|
कम वजन के कारण कमर दर्द रहता हो तो अश्वगंधा और मेथी को समान मात्रा में लेकर बनाया गया चूर्ण तीन तीन ग्राम रोज दो बार दूध के साथ लेना लाभकारी होता है|
रात को सोते समय सप्ताह में दो बार दो मि०ली० एरण्ड तैल का सेवन करने से, शरीर में खुश्की के कारण होने वाले कमर दर्द से राहत पायी जा सकती है|
ज्यादा वजन अथवा बढी तोंद के कारण होने वाली कमर दर्द में वजन कम करने के उपाय करने चाहिये साथ ही देशी गाय के दूध मे एक-दो दाने काली मिर्च के पकाकर नियमित पीने चाहियें|
जडीबूटी की दुकान से मीठी सुरंजन लाकर उसका चूर्ण बनाकर एक-एक ग्राम दिन में तीन बार गुनगुने पानी से सेवन करना विशेष लाभ देता है|
रोज सुबह सरसों या नारियल के तेल में लहसुन की तीन-चार कलियॉ डालकर (जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जायें) गर्म कर लें। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें।
नमक मिले गरम पानी में एक तौलिया डालकर निचोड़ लें। इसके बाद पेट के बल लेट जाएं। दर्द के स्थान पर तौलिये से भाप लें। कमर दर्द से राहत पहुंचाने का यह एक अचूक उपाय है।
कढ़ाई में दो-तीन चम्मच नमक डालकर इसे अच्छे से सेक लें। इस नमक को थोड़े मोटे सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। कमर पर इस पोटली से सेक करने से भी दर्द से आराम मिलता है।
अजवाइन को तवे के पर थोड़ी धीमी आंच पर सेंक लें। ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। इसके नियमित सेवन से कमर दर्द में लाभ मिलता है।
अधिक देर तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम न करें। हर चालीस मिनट में अपनी कुर्सी से उठकर थोड़ी देर टहल लें।
नर्म गद्देदार सीटों से परहेज करना चाहिए। कमर दर्द के रोगियों को थोड़ा सख्ते बिस्तर बिछाकर सोना चाहिए।
योग भी कमर दर्द में लाभ पहुंचाता है। भुन्ज्गासन, शलभासन, हलासन, उत्तानपादासन, आदि कुछ ऐसे योगासन हैं जो की कमर दर्द में काफी लाभ पहुंचाते हैं। कमर दर्द के योगासनों को योगगुरु की देख रेख में ही करने चाहिए।
कैल्शियम की कम मात्रा से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, इसलिए कैल्शियमयुक्त चीजों का सेवन करें।
कमर दर्द के लिए व्यायाम भी करना चाहिए। सैर करना, तैरना या साइकिल चलाना सुरक्षित व्यायाम हैं। तैराकी जहां वजन तो कम करती है, वहीं यह कमर के लिए भी लाभकारी है। साइकिल चलाते समय कमर सीधी रखनी चाहिए। व्यायाम करने से मांसपेशियों को ताकत मिलेगी तथा वजन भी नहीं बढ़ेगा।
कमर दर्द में भारी वजन उठाते समय या जमीन से किसी भी चीज को उठाते समय कमर के बल ना झुकें बल्कि पहले घुटने मोड़कर नीचे झुकें और जब हाथ नीचे वस्तु तक पहुंच जाए तो उसे उठाकर घुटने को सीधा करते हुए खड़े हो जाएं।
कार चलाते वक्त सीट सख्त होनी चाहिए, बैठने का पोश्चर भी सही रखें और कार ड्राइव करते समय सीट बेल्ट टाइट कर लें।
कमर दर्द के रोगी को सर्वप्रथम पौष्टिक आहार विहार पर ध्यान देना चाहिये| गाय के घी का सेवन करना चाहिये| सौंठ, जीरा, अजवायन, मेथीदाना आदि का अपने भोजन में समावेश करें| चोकरयुक्त आटे की चपातियॉ खायें, कद्दू, परवल, गाजर,लहसुन, सेंधानमक,योग प्राणायाम आदि का सेवन/अभ्यास करना उचित रहता है
ठण्डे और गुरू आहार जैसे कि, राजमा, उडद, दही, तक्र, बर्फ के बने सामान, ठण्डा दूध, दिन में सोना, रात को देर तक जागना, वजन उठाना, खटाई, फ्रिज में रखा खाना आदि का सेवन नही करना चाहिये|

कमर दर्द के लिए सरल नुस्खे-
1.अजवाइन को तवे के ऊपर थोड़ी धीमी आंच पर सेंक लें तथा ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। लगातार 7 दिनों तक यह प्रयोग किया जाए तो आठवे दिन से कमर दर्द में 100 फीसदी लाभ होता है।
2.जहां दर्द होता होता है हो वहाँ 5 मिनट तक गरम सेंक,और दो मिनट ठंडा सेंक देने से तत्काल लाभ पहुंचता है।
3.सुबह सूर्योदय के समय 2-3 मील लंबी सैर पर जाने वालों को कमर दर्द की शिकायत कभी नहीं होगी।
4.नियमित रूप से चक्रासन करें।
सावधानियां-नीचे लिखी बातों का भी जरुर ध्यान रखें।
-नियमित रूप से पैदल चलें। यह सर्वोत्तम व्यायाम है।
-अधिक समय तक स्टूल या कुर्सी पर झुककर न बैठें।
-शारीरिक श्रम से जी न चुराएं। शारीरिक श्रम से मांसपेशियां पुष्ट होती हैं।
-एक सी मुद्रा में न तो अधिक देर तक बैठे रहें और न ही खड़े रहें।
-किसी भी सामान को उठाने या रखने में जल्दबाजी न करें।
-भारी सामान को उठाकर रखने की बजाय धकेल कर रखना चाहिए।

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