Wednesday, August 24, 2016

चरित्र निर्माण अभियान क्यों ?

🚩आज एक फेसबुक मित्र ने सनातन संस्कृति संघ व भारत स्वाभिमान दल के तत्वाधान में चलाये जा रहे चरित्र निर्माण अभियान को लेकर हमसे कहा कि -
"आप जो चरित्र निर्माण अभियान चला रहे हैं, उसकी कोई जरूरत नहीं हैं, ऐसे अभियान तो बहुत सारे संत चला रहे हैं, आप व्यवस्था परिवर्तन पर ध्यान दें।"
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हमने उनसे पूछा कि-
मित्रवर व्यवस्था परिवर्तन क्या राष्ट्रीय चरित्र को निर्मित किये बिना हो जायेगी, संत चरित्र निर्माण अभियान तो चला रहे हैं, योग, ध्यान, जीवन में आगे बढ़ने की कला व पवित्र जीवन जीना सिखा रहें हैं, उनका योगदान अतुल्य हैं, लेकिन साथ ही साथ वो जाने- अनजाने अहिंसा व भाग्यवाद की घुट्टी पिलाकर अपने अनुयायियों को नपुंसक भी बना रहे हैं !
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आप ही सोचों, हिन्दू धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले संतों में अग्रणी संत श्री आसाराम जी बापू पर बलात्कार का आरोप लगा, उनको जेल भेज दिया गया, तीन वर्ष हो गये अभी तक उनपर आरोप सिद्ध न हुआ, फिर भी वो जेल में हैं, जबकि तहलका वाला बलात्कारी तरूण तेजपाल व न्यायधीशों का शारीरिक शोषण करने वाला राजनेता अभिषेक मल सिन्धवी इसी इंडियन न्यायालय के भेदभाव पूर्ण निर्णयों के कारण जेल से बाहर निर्भय होकर घुम रहे हैं ?
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धर्मनिरपेक्ष नेता संसद में बैठकर खुलेआम बोलते है कि आसाराम बापू को जेल हमनें भिजवाया हैं, फिर भी बापू के शिष्य शांत है, क्यों ?
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संख्याबल कम हैं या धन बल की कमी हैं ?
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बोलते है बापू जी के आठ करोड शिष्य हैं, हम कहते हैं कि आठ करोड न सही, एक करोड होगे, एक करोड न सहीं एक लाख शिष्य तो अवश्य ही होगे, फिर भी उनके गुरू जी जेल में क्यों हैं, क्यों नहीं संसद भवन को घेरकर नेताओं में आग लगा देते, क्यों नहीं इंडिया की भ्रस्ट व्यवस्था को उखाड़ कर फेंक देते ??
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पिशाच धर्म वालों को देखों, उनका धर्मगुरू जामा मस्जिद दिल्ली का ईमाम जिसपर अनेको केस दर्ज हैं व जिसके विरूद्ध गैर जमानती वारंट जारी है, उसको कोई राज्य सरकार या केन्द्र सरकार जेल भेजकर देख लें, उसके मुसलमान शिष्य देशभर में आग लगा देंगे ? इसीलिए कोई भी सरकार उस मुसलमान धर्मगुरू को हाथ लगाने से डरती हैं ?
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और हिन्दू धर्मगुरूओं को जब चाहा, जैसे चाहा, आरोप लगाकर जेल में डाल देती हैं ?
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काश हमारे हिन्दू धर्माचार्यों ने शास्त्र के साथ शस्त्र का महत्व भी समझाया- सिखाया होता तो धर्म का इस तरह से अपमान न होता, आसुरी शक्तियां न पनपती तथा राष्ट्र का पतन न हुआ होता !
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सनातन संस्कृति संघ व भारत स्वाभिमान दल "चरित्र निर्माण अभियान" के विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा बालकों व युवाओं को सम्पूर्ण शिक्षा देने की योजना रखता हैं। यदि समाज का सहयोग मिला तो हम इस भ्रष्ट आसुरी व्यवस्था को जड़मूल से नष्ट कर सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन कर देंगे ।
आपका भाई
विश्वजीत सिंह अनन्त

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